शनिवार, 5 फ़रवरी 2011

प्रथम पुरुष

विचारों और समय का तालमेल है सफलता का मूलमन्त्र
आपके मन में प्रतिदिन ६०,००० विचार आते हैं. परन्तु आप केवल ५ प्रतिशत याद रखते हैं. क्योंकि शेष ९५ प्रतिशत विचार प्रतिदिन एक से होते हैं. अतएव उन्हें भूल जाते हैं. दर्द आने वाले आनन्द का आभास देता है. दर्द एक प्रकार का अदभुत शिक्षक है. एक बच्चा दिन में ३०० बार हंसता है युवा पुरुष केवल १५ बार, क्योंकि उसको छोटी-छोटी बातें आनन्द नहीं देती. गलतियां हमें शिक्षा देती हैं यदि हम उनका ढंग पूर्वक सच्चे मन से विश्लेषण करें.
बाहर दिखने वाली सफलता की शुरुआत अन्दर होने वाली सफलता के साथ जुड़ी है. डर चेतना का नकारात्मक स्वभाव या विचार है. अतएव वे कार्य अवश्य करो जो तुमको डराते हैं या जिन्हें करने में तुह्में डर लगता है. फलस्वरूप डर चला जायेगा.
क्रियाकलाप धार्मिक व अन्य लाभदायक हैं. आपकी इच्छा शक्ति को अधिक मजबूत बनाने में एवं शान्ति देने में यह १० प्रकार के हैं:-
१. एकान्त में मौन बैठना.
२. शारीरिक योग करना.
३. अच्छा भोजन खाना.
४. अपार ज्ञान ग्रहण करना.
५. प्रकाशवान जीवन व्यतीत करना. प्रतिदिन किये गये कार्यों को लिखना नकारात्मक या गुणात्मक ऋणात्मक.
६. स्वयं का विश्लेषण करना गलतियां करना, अनुभव का सूचक है. अच्छा निर्णय लेना अनुभव से, अनुभव गलत निर्णय से आनन्द अच्छे निर्णय से.
७. प्रात: उठना सूर्य की किरणें शक्ति देती हैं. उत्साहित करती हैं. निद्रा का गुण मात्रा से अधिक महत्वपूर्ण है. हंसना आनन्द का रस है.
८. संगीत मन उत्साहित करते हैं, प्रेरणा देते हैं, अनुशासन में रखते हैं. स्वयं से बात करना ऋणात्मक हैं.
९. सर्वांगसम/परस्पर अनुकूल आचरण- मेहनत, दूसरे का ख्याल, नम्रता, धैर्य, इमानदारी एवं हिम्मत.
१०. सदाचार- प्राथमिकताओं पर ध्यान देना पतली बातों या विषय पर नहीं.
बालू घड़ी (हावर ग्रास) हमको समय का उचित उपयोग करना सिखाता है बताता है. समय सबसे मूल्यवान वस्तु है जो कहता है प्राथमिकताओं पर ध्यान रखो जीवन को सरल बनाओ.
हमारे द्वारा किये गये तमाम कार्यों में से केवल २० प्रतिशत कार्य दीर्घकालीन फल देते हैं. ८० प्रतिशत से कुछ खास नहीं होता इसे २० का नियम कहते हैं.
जीवन में 'ना कहने की हिम्मत पैदा करो. हमेशा हां कहना कायरता है. बेईमानी है एक आसान रास्ता है  सबका अच्छा बना रहने का. मृत्यु के समय तुह्मारे क्या विचार होंगे क्या करना चाहोगे ऐसा ही हमेशा करने की आदत डालो. समय बरबाद करने वालों से बचो वे तुह्मारा समय चुरा रहे हैं. पहले की गयी गलतियों से सीखो. सेवा करना ही जीवन का चरम या अन्तिम उद्देश्य है.
तनाव दूर करने के उपाय:-
  • स्न किताबें या अन्य सामग्री पढऩे से ६८ प्रतिशत.
  •  सामाजिक कार्यों से ६२ प्रतिशत.
  •  संगीत सुनने से ६१ प्रतिशत.
  •  चाय या कॉफी पीने से ५४ प्रतिशत.
  •  टहलने के लिये जाने से ४२ प्रतिशत.
  •  हंसी चाहने से ३९ प्रतिशत.
  •  चिल्लाने से २५ प्रतिशत.
  •  विडियोगेम खेलने से.
  •  कोई भी खेल खेलने से.
  •  च्यिंगम चबाने से १७ प्रतिशत.
  • अपनी आवश्यकताओं की प्राथमिकता निश्चित करो.
  •  स्वयं व सभी से सम्भावित आशायें करो.
  •  सम्पूर्ण होने की कोशिश न करो, सर्वशक्तिमान नहीं हो.
  •  अपनी सीमाएं बनाओ और उनका पालन करो.
  •  अपनी भावनाओं को दूसरों से प्रगट करो, अन्दर बन्द न रखो.
  •  दूसरों को समझो, क्षमा करो, अपने को दोषी न समझो.
  •  उन व्यक्तियों से दूर रहो जो तुह्में तनाव देते हैं.
  •  जिन बातों या चीजों को बदल नहीं सकते स्वीकार करो.
  •  अपना पक्ष या व्यवहार बदलो दूसरे का नहीं.
  • सन्तुलित जीवन शैली अपनाओ काम के लिये.
दूसरे सम्बन्धों के लिये, हंसी खुशी के लिये, तनाव रहित होने के लिये अच्छा पौष्टिक भोजन और थोड़ा सा समय आध्यात्मिक चिन्तन के लिये.1

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