सोमवार, 11 जुलाई 2011

टाट मिल चौराहा: यातायात विस्फोट के मुहाने पर

शहर का टाटमिल चौराहा व्यस्ततम चौराहों में से एक है. इस चौराहे से शहर  आने और बाहर जाने वाले लोगों को प्रतिदिन जूझना पड़ता है. रेलवे और बस अड्डे जाने के लिये यात्रियों की आवाजाही इसी चौराहे से होती है. कानपुर दक्षिण के बाशिन्दे भी रोजमर्रा के कामों के साथ रोजी-रोजगार के लिये इसी चौराहे से गुजरते हैं. दूसरी तरफ यातायात के नियमों और आवश्यकता को दरकिनार कर इस चौराहे के एक कोने पर शहर का सबसे बड़ा बिजनेस काम्पलेक्स लगभग बन कर तैयार हो चुका है. माना जाता है कि इसके तैयार होने के बाद इस चौराहे पर यातायात का दबाव कई गुना बढ़ जायेगा. जबकि जनसुविधाओं में कहीं से कोई बढ़ोत्तरी नहीं हो सकी है.
इस विशाल बिजनेस मार्केट में पाया गया है कि पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जो पार्किंग स्थल नक्शे में दिखाया गया था वो बेसमेंट में है पर इस बेसमेंट में जाने का कोई रास्ता नहीं है. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि इस बेसमेंट को भी मालिकान गोदाम बनाने के इरादे रखते हैं. यातायात एसपी श्री आर.पी. गौतम आने वाले समय में होने वाले यातायात के इस जन-दबाव से दबाव में हैं. वे कहते हैं कि पूरे काम्पलेक्स के निर्माण के समय किसी प्रकार से यातायात के नियमों का कोई अनुपालन नहीं किया गया. हद तो तब हो गई जब फुटपाथ भी शेष नहीं रह गया है.1
हेलो संवाददाता

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