शनिवार, 9 जनवरी 2010

नल का पानी

पीने में कैसा?

अमरीका के लोग नल का पानी पीने में हिचकते नहीं है क्योंकि उन्होंने अपनी नदियों, तालाब, झीलें पूर्ण रूप से साफ रक्रवी हंै उन्होंने उन्हें गन्दा नहीं होने दिया है. अमरीका की खाद बनाने वाली कम्पनियों ने ६००० टन जहरीला वेस्ट जिसमें कैडमियम था खरीदा जो कैंसर किडनी को नष्ट, स्नायु की बीमारियों और बर्थ के गिफ्ट करते हैं. इंडोनेशिया के १०० अधिकारियों को घूस ही वीटी काटन की स्वीकृति पाने के लिये बिना जांच के उन पर ८२९ गर्भित महिलाओं को रेडियो ऐक्टिव लोहा खिलाने के लिए उन्होंने वेस्ट का विषाक्त होना छिपाया और जल श्रोतों में डाला जहाँ मछलियां तुरन्त मर गईं. उनको अलबामा कोर्ट ने तमाम अपराधों के लिए दोषी पाया. जर्मनी आदलतों के आदेशों के बावजूद अपनी जाँच द्वारा पाये गये तथ्यों को बताने से मना किया. बाद में दबाव के कारण बताना पड़ा. जी.एम.कौर्न खाने से चूहे मारे गये .अब आप स्वंय समझे क्या खाये क्या खरीदे.1

नोलोकिया का प्रयोग हथगोले बनाने में किया जा रहा है...

क्या आपको मालूम है कि दुनिया की सबसे तीखी मिर्च नागा जो लोकिया या भूत नोलोकिया का प्रयोग हथगोले बनाने में किया जा रहा है. जिनका इस्तेमाल आतंकवादियों के खिलाफ किया जायेगा. इनसे इतना तीखा धुआं निकलता है कि किसी को भी अपनी छिपी हुई जग से बाहर आना पड़ता है. इसका प्रयोग दुश्मन को असहाय कर देता है. वह कुछ न करने के लायक हो जाता है. परन्तु उसको मारता नहीं है. इससे सांस लेना असंभव हो जाता है और दुश्मन बेहेाश हो जाता है. इनका असर ३०मिनट तक रहता है इनका प्रयोग भीड़ को हटाने में या किसी भी प्रकार के प्रदर्शकारियों को भगाने में काम आ सकता है. इनसे केवल आँसू निकलते है साँस फूलती है और खुजलाहर होती है. इसका प्रयोग महिलायें अपने को छेड़छाड़ करने वालों को स्प्रे द्वारा बचा सकती हैं. इसको खाद्य पदार्थो पर छिड़क कर हमारे जवान ठंड में अपने को गर्म रख सकते हंै. इनको पेड़ों पर छिड़क कर हाथी या अन्य जानवरों को भगाकर अपने खेतों और घरों को बचाया जा सकता है. कड़वी और तीखी मिर्च जिसे आप जवान नहीं रख सकते कि कितना अच्छा उपयोग वैज्ञानिकों ने निकाला है आसाम की देन देश को.1

खाद्य पदार्थों में मिलावट

आप जान सकते हैं आप के खाद्य पदार्थ मेंंं क्या मिलाया गया है और इस जानकारी का लाभ उठा सकते हंै ऐसे खाद्य पदार्थो को न खाकर-१-डिटर्जेण्ट वनस्पति तेल और अन्य रसायन मिलाकर सिंथेटिक दूध बनाते हैं. इसमे मिलाया जाने वाला स्किम्ड मिलक पाउडर खोये को दानेदार बनाता है जो नींबू का रस मिलाते पर फटता नहीं है. सरसों के तेल में चर्बी मिलाते हैं. गले में जलन, खुजली, शरीर पर लाल दाने होजाते है ऐसा तेल जम जाता है. २-सिंथेटिक दूध से पनीर, छेना, मक्खन, मलाई नहीं बनायी जा सकती है. ३-नकली खोये में रिफाइंड मिलाने से तेल अलग से दिखता है.४-आलू व अरारोट मिलाते हैं. खोये को हाथ में रगडऩे से यदि चिकनाहट नहीं आ रही है तो नकली है. ५-पिसी मिर्च में रंग या ईट पीस कर मिलाते हैं. ऐसी मिर्च को पानी में डालने से ईट का चूरा अलग हो जायेगा.६-बेसन में मटर की दाल पीसकर मिलाते हैं. अरहर व चने की दाल में खेसारी दाल मिलाते हैं जो छोटी व हल्के पीले रंग की होती है. ध्यान से देखने पर पता चल जाता है. ७-हरी सब्जियों को रंगते है इनको पानी में गीला कर कसकर रगड़े तो रंग छूटता है. ८-गुड़ बनाते समय असर की धूल मिलाते हैं. चीनी में सफेद पत्थर के टुकड़े जो पानी में घुलते नहीं है. उसे मिलाते हैं. ९-धनिया में लीद मिलाते हैं पानी में डालने से बदबू करती है. १०-काली मिर्च में पपीते के बीज तो पानी में डालने पर तैरने लगते हैं. ११-सौफ का हरे रंग से रंगा जाता है गीले हाथ से रंगडऩे पर रंग छूटता है.1(लेखक पूर्व स्वास्थ्य निदेशक हैं)

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