हिचकियों से एक बात का पता चलता है, कि कोई हमे याद तो करता है, बात न करे तो क्या हुआ, कोई आज भी हम पर कुछ लम्हे बरबाद तो करता है ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती, हर बात समझाने के लिए नही होती, याद तो अक्सर आती है आप की, लकिन हर याद जताने के लिए नही होती
बहुत बढ़िया, आप वास्तव मे सरस्वतीपुत्र है, अर्थ पूर्ण गज़ल लिखने में तो आपको महारत हासिल है, वाह "चाँद तुम्हे देखा है पहली बार,क्यों ऐसा लगता मुझको हर बार" निश्चय ही आपके सानिध्य में रह कर काफी कुछ सीखने का अवसर मुझे प्राप्त होता रहेगा..
हिचकियों से एक बात का पता चलता है, कि कोई हमे याद तो करता है, बात न करे तो क्या हुआ, कोई आज भी हम पर कुछ लम्हे बरबाद तो करता है ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती, हर बात समझाने के लिए नही होती, याद तो अक्सर आती है आप की, लकिन हर याद जताने के लिए नही होती
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया, आप वास्तव मे सरस्वतीपुत्र है, अर्थ पूर्ण गज़ल लिखने में तो आपको महारत हासिल है, वाह
जवाब देंहटाएं"चाँद तुम्हे देखा है पहली बार,क्यों ऐसा लगता मुझको हर बार"
निश्चय ही आपके सानिध्य में रह कर काफी कुछ सीखने का अवसर मुझे प्राप्त होता रहेगा..
Nice One
जवाब देंहटाएंKYA KHOOB LIKHTEY HAIN ..BADA SUNDAR LIKHTEY HAIN ...
जवाब देंहटाएंek alag andaaz paaya hai ..ek alag parwaaz paai hai ..pramod bhaiya aapki kalam ney ...ik alag aawaaz paai hai ..!!
जवाब देंहटाएंaap ki gazalen padkar aga ki aap zindi ko likhate hain
जवाब देंहटाएंalka yadav , ek khwab kam se kam kab padne ko milegi
जवाब देंहटाएंwah wah wah .......bemisal.....the best....
जवाब देंहटाएंअलका जी zarur
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