सोमवार, 28 दिसंबर 2009

गुड न्यूज

जेट ग्रीनिज बुक

पर दस्तक


जिस दौर में लोग अपनी-अपनी फैक्ट्रियां उद्योग यहां तक कि दुकानें तक लेकर देश के दूसरे हिस्सों में भाग रहे हों उसी समय कानपुर की उद्यमिता ने श्रेष्ठता के एक-दो नहीं ७ राष्ट्रीय एवार्ड हासिल करके ग्रीनिज बुक का वल्र्ड रिकार्ड के पन्नों पर अपनी दस्तक दी है.


अण्डर गारमेण्ट्स क्षेत्र के चमकते ब्रांड 'जैटÓ ने यह कारनामा कर दिखाया है. अभी गत् सप्ताह दिल्ली में भारतीय मानक संस्थान ने राजीव गांधी नेशनल क्वालिटी एवार्ड-२००८ के लिए जिन चार उद्योगों को सम्मानित किया उसमें कानपुर का जैट निट वियर का भी नाम था. जैट को लघु उद्योग की उत्पादन श्रेष्ठ का एवार्ड दिया गया. बाकी के तीन एवार्ड इंण्डियन आयल कारपोरेशन (हलदिया) को भारी उद्योग श्रेणी में सेवा के लिए, गेल (विजयपुर) को उत्पादन के लिए और सतलुज जल विद्युत निगम (शिमला) को कुल श्रेष्ठता में यही एवार्ड प्राप्त हुआ. जरा सोचिए पूरे देश भर में उत्पादन के मामले में कानपुर का जैट निट वियर सर्वश्रेष्ठ लघु उद्योग इकाई निकली. क्या यह एवार्ड कानपुर से भाग रहे उद्यमियों के लिए पुनर्विचार का मौका नहीं देता. कमाल की बात तो यह है कि भारतीय मानक संस्थान ने जिन चार उद्यमी इकाइयों का चयन किया उसमें बाकी की तीनों सार्वजनिक क्षेत्र भी हैं. और जैट अभी मात्र तीन दशकों में एक परिवार के संयुक्त प्रयासों तथा साथी कर्मियों की लगन से पनपी संस्था है, जिसका अर्थिक ढांचा बाकी तीन सम्मानित सरकारी प्रतिष्ठानों के मुकाबले कहीं नहीं ठहरता. एक तरह से 'जेटÓ की प्रगति पत्थरों पर नगवानी सरीखी है और कमला यह है कि इसकी महक देश में ही नहीं पूरी दुनिया में महसूस की जा रही है.'जैटÓ के निदेशक बलराम नरुला कहते हैं कि इसमें क्या संदेह कि कानपुर में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण नहीं है. अगर कहीं अनुकूलता होती तो जैट जो उपलब्धि आज हासिल कर रहा है यह कल की बात होती. उन्होंने बताया कि 'जैटÓ देश की ही नहीं पूरी दुनिया की ऐसी पहली लघु उद्योग इकाई हे जिसने ७ बार कई 'राष्ट्रीय एवार्डÓ जीता है. हमने इस उपलब्धि के लिए ग्रीनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में इंट्री की पहल भी की है.

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