सोमवार, 28 दिसंबर 2009



खबर का असर..!


पहले मेरे भेजे में एक बात पैबस्त थी कि न्यूज चैनल और अखबार वाले बेफिजूल में चिल्लाया करते हैं कि मेरी खबर का ये असर हुआ, वो असर हुआ. भाई साहब लोगों अगर आप की बात में तोला भर भी दम होता तो ये पुलिस महापालिका और केसा वाले पता नहीं कब के सुधर गये होते. लेकिन भाई अब मेरी ये अन्डर वियर की तरह घिसी-पिटी धारणा बदल गई है. ये हादसा अचानक हुआ है.एक दिन मैं आज अखबार पढ़ रहा था, तो एक खबर मेरे चश्मे से निकल नहीं पाई और कहीं अगर निकल जाती तो बड़ा हार्दिक दुख होता. मेरा पूरा वादा है कि इस खबर से आपको सुखानन्द की पूरी अनुभूति अवश्य होगी. वैसे इन दिनों हर अखबार में बढऩे के विभिन्न नुस्खे हर दिन बताये जाते हैं. कोई ज्ञान देता है कि सुबह सैर करो, तो कोई कहता है दण्ड मत पेलो, तो कोई बताता है गुटका मत खाओ, फिर कोई दो पेग दारू पीने का भी मश्विरा बताता है. इन सब कामों में बड़े लफड़े हैं सुबह रजाई छोडऩा नई नवेली दुल्हन को छोडऩे जैसा लगता है और गुटका न खाओ तो शहर में रहने का फायदा ही क्या है?इस खबर में उम्र बढ़ाने की जो विद्या बताई गई है उसमें कोई लफड़ा नहीं है, न ही ठंड में रजाई छोडऩा है और न ही गुटका. इसमें बताई गई कसरत आप रजाई के अन्दर और गुटका मुंह में दबाकर भी कर सकते हैं और वो भी सिर्फ दस मिनट. तो आप एक मिनट के लिए सांस रोककर तैयार हो जाइये मैं आपको नुस्खा बताने ही वाला हूं. इसमें हजरत ने ये बताया है कि आपको यदि अपनी औसत उम्र पांच साल बढ़ानी है तो आपको हर दिन सिर्फ दस मिनट तक स्त्री के स्तनों को ध्यान मग्न होकर निकारना होगा.इसके रसायनिक परिवर्तनों का भी इस खबर में विस्तृत वर्णन किया गया है. इसमें बताया गया है कि स्तन देखने से (टकटकी लगाकर) शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन पैदा होते हैं जो इंसान को मस्ती का अहसास कराते हैं और आदमी प्रसन्न रहता है. यह बात विलायत में हुए एक शोध के आधार पर बताई गई है. इसमें इसका उल्लेख कहीं नहीं है कि ये फायदा अपनी स्त्री के साथ होगा या पराई के. कुल मिलाकर इसे करने में कोई बुराई नहीं है. उम्र बढ़ाने के लिए सुबह से पुराने वाले स्टीम इंजन की तरह नाक से छीं-छीं करने से तो बेहतर है कि दस मिनट ...कर लिया जाये.1

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