शनिवार, 15 जनवरी 2011

भ्रष्टाचार तो मिट कर रहेगा- प्रखर जी महाराज


विशेष संवाददाता

सरसैया घाट पर शुक्लागंज उन्नाव में १६ जनवरी से शुरू होने वाले लक्षचण्डी यज्ञ के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए संत प्रखर जी महाराज ने कहा देश में व्याप्त भ्रष्टाचार का कारण आम लोगों में धर्म निष्ठता में गिरावट का आना है. यदि आजादी के बाद अन्य प्रशासनिक व संवैधानिक उपलब्धों की ही भांति नैतिक व धार्मिक आचार विचार पर भी बल दिया गया होता तो समाज में आई चहुं तरफा गिरावट परिलक्षित न हुई होती.
प्रखर जी ने कहा यह यज्ञ के प्रारम्भ के पूर्व ही फलदायी साबित हो रहा है. यज्ञ का प्रारम्भ होने के दो-तीन माह पूर्व से ही देश भर मेें माहौल बनने लगा है. जिसके परिणाम स्वरूप देश भर में बड़े घपले और घोटाले उजागर होने लगे हैं. उच्च पदस्थ राजनैतिक और प्रशासनिक अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार की खबरें आम जनता तक पहुंचने लगी हैं जिससे देश भर में भ्रष्टाचार के विरूद्घ उकताहट की स्थिति है. उनका कहना है यज्ञ सम्पन्न होने के उपरान्त उत्पन्न होने वाली सकारात्मक ऊर्जा से भ्रष्टाचार की समाप्ति हो सकेगी.
उन्होंने इसी प्रकार के कु ल चार यज्ञ पूरे देश में करने की योजना बनायी है जिससे भ्रष्टाचार की समाप्ति हो सकेगी. उन्होंने इसी प्रकार के कुल चार यज्ञ पूरे देश में किए जाने की सूचना दी. यज्ञ के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंंने बताया देश भर से आए २५०० ब्राह्मणों के द्वारा यह यज्ञ कराया जा रहा है, जो आदि शक्ति दुर्गा जी को समर्पित है. आदि शक्ति को विस्मृत किए जाने से ही समाज दुर्दशा ग्रस्त होता जा रहा है. भ्रष्टाचार उसी दुर्दशा का परिचायक है. आज का समय देश में आजादी के बाद के काल का सर्वाधिक संक्रमण काल मानते हुए प्रखरजी कहते हैं बिना नैतिक व आध्यात्मिक उन्नति के समाज में सुधार नहीं लाया जा सकता है. सरसैया घाट से यज्ञ स्थल तक जाने के लिए जिला प्रशासन पीपों का पुल बनाने जा रहा है. ए.डी.एम सिटी एस.के. सिंह ने यज्ञ स्थल का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया और यज्ञ को परम उद्देश्य के प्रति समर्पित बताया. उन्होंने कहा कि १६ जनवरी से २ फरवरी तक चलने वाले इस यज्ञ में लाखों लोग शामिल होंगे. कार्यक्रम में हिस्सा लेने आने वाले नागरिकों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया है.ताकि लोगों को सुविधा के साथ ही सुरक्षा भी मिल सके .1

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